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nitrogen

अश्वगंधा (Ashwagandha) की जैविक खेती

अश्वगंधा (Ashwagandha/Indian Ginseng ) एक औषधीय पौधा है। इसे पुनरयौवन देने वाली औषधि माना जाता है। अश्वगंधा (Ashwagandha) का वैज्ञानिक नाम विथानिया सोमनीफेरा है। प्राचीन भारतीय पद्धतियों, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में इस पौधे की पत्तियों, बीजों और जड़ों का उपयोग शामिल किया गया है। इसके 200 से ज्यादा योग उल्लिखित हैं।

यूरिया से मुक्ति, भाग-1

आजकल हर किसान यूरिया से बचना चाहता है। इसके कई प्रकार के नुकसान गिनाए जाते हैं। आज हम यूरिया के फायदे और नुकसानों पर चर्चा करेंगे। यह जानने की कोशिश करेंगे कि यूरिया क्यों किसानों का पसंदीदा उर्वरक बना? आज उससे पीछा छुड़ाने की बात क्यों हो रही है? क्या बिना यूरिया के खेती सम्भव है?

कपास (cotton) की कहानी

उच्च गुणवत्ता वाले अच्छे कपास तंतुओं की अधिकतम पैदावार पाने के लिए नाइट्रोजन और पोटाश कि मुख्य रूप से जरुरत होती है. जमीन में दिया गया नाइट्रोजन अमोनिया और नाइट्रोजन गैस बनकर उड़ता भी है, पानी के साथ बह भी जाता है. जमीन के बैक्टीरिया नाइट्रोजन…

Agriculture में एज़ोटोबैक्टर (Azotobacter)

नाइट्रोजन कि कमी को प्रकृति अनुकूल विधि से पूरा करने के लिए एजोटोबैक्टर का प्रयोग किया जा सकता है. यह सूक्ष्मजीव हवा की नाइट्रोजन को पौधों के लिए उपयोगी खाद यानी अमोनियम रूप में बदल देता है.