बैक्टर फॉस
Phosphate Solubilizing Bacteria (PSB)

फास्फ़ोरस फसलों की पैदावार को प्रभावित करने वाला जरूरी पोषक तत्व है।
पौधों को कोशिका विभाजन यानी बढ़वार, फूल आने, फूलों के फल में बदलने और फलों के सही आकार और वजन के लिए फास्फ़ोरस जरूरी है। कंद वाली फसलों में कंद के बड़े आकार के, सही वजन के होने के लिए भी फास्फ़ोरस जरूरी है। गन्ने और घास वर्गीय फसलों जैसे लेमन ग्रास में टिलरिंग फास्फ़ोरस की उपलब्धता से सीधे तौर पर सम्बद्ध है।
केमिकल (डी ए पी, 12-32-16) या मिनिरल (रॉक फॉस्फेट) रूप में दिया गया फास्फ़ोरस जल्द ही जमीन में उपस्थित कैल्शियम के साथ बंधित हो कर अघुलनशील रूप में बदल जाता है और पौधों को उपलब्ध नहीं हो पाता। इसी कारण कुछ किसान उत्पादन पाने के लिए फ़र्टिलाईजर की मात्रा लगातार बढ़ाते जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
बैक्टर फॉस के ताकतवर फास्फ़ोरस घोलक सूक्ष्मजीव इस अघुलनशील फास्फ़ोरस को घुलनशील फॉस्फेट में बदल देते हैं। पर्याप्त मात्र मे फास्फ़ोरस मिलने पर फसलें लहलहा उठती हैं और भरपूर उत्पादन की आशा की जा सकती है।
बैक्टर फॉस का प्रयोग टमाटर, करेला, मिर्च, आलू, प्याज, लहसुन की खेती, फलों की बागवानी, कपास और गन्ने में विशेष लाभप्रद है।
फसलों में बैक्टर फॉस का प्रयोग ड्रिप / स्प्रिंकलर / फ़्लड इरीगेशन या फिर कम्पोस्ट में मिला कर किया जा सकता है।